कास्टेल्ला दे अगुआड़ा (पुर्तगाली वाटर पॉइंट का किला), जिसे बांद्रा किले के नाम से भी जाना जाता है, मुम्बई में बांद्रा इलाके में स्थित है। "कास्टेल्ला", पुर्तगाली शब्द "कैस्टेलो"(कैसल) का गलत वर्णन है। असल में इसे कैस्टेलो दे अगुआड़ा कहना चाहिए, लेकिन इसके निर्माता इसे फोर्टे दे बंदोरा(बांद्रा किला) कहते थे। यहाँ बांद्रा के भूमि के अंत पर स्थित है। १६४० में पुर्तगालियों ने इसे पहरे की मीनार के हेतु बनाया, माहिम की खाड़ी, अरबी समुद्र और माहिम के दक्षिण द्वीप पर नजर रखने के लिए। १६६१ में इसका सामरिक महत्व और बढ़ गया जब पुर्तगालियों ने बॉम्बे के सात द्वीप अंग्रेजों को सौंप दिए। यह नाम ही अपने मूल रूप को इंगित करता है, जहाँ ताजा पानी एक फव्वारे के रूप में उपलब्ध था(अगुआड़ा) ऊन पुर्तगाली जहाजों के लिए जो प्रारंभिक अवधि में तटों के मंडरे लिए उपस्थित थे। किला कई स्तरों पर बसा हुआ है, समुद्री तट से २४ मीटर (७९ फीट) की ऊंचाई पर। कास्टेल्ला दे अगुआड़ा कई फिल्मो में दिखाया गया है जिसे 'दिल चाहता है' और 'बुड्ढा मिल गया'।