मनुष्य के जीवन में उसकी कई इच्छाएं होती हैं। हर इच्छा को पूरा कर पाना तो संभव नहीं होता। ऐसे में मनुष्य को अपने मन में संतोष रखना बहुत जरूरी होता है। असंतोष की वजह से ही मन में जलन, लालच जैसी भावनाएं जन्म लेने लगती हैं। इनकी वजह से मनुष्य गलत काम तक करने को तैयार हो जाता है। सुखी जीवन के लिए इन भावनाओं से दूर रहना बहुत आवश्यक होता है। इसलिए, मनुष्य को  हमेशा अपने मन में संतोष रखना चाहिए।
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