काफी कम उम्र में जेम्स लेंइंगेर अपने नौसेना के लड़ाकू पायलट की ज़िन्दगी को याद करने लगा | वह सिर्फ हवाई जहाजों के खिलोनों के साथ खेलता था और कुछ सालों बाद ये एक जूनून बन गया | वह काफी परेशान रहने लगा और सिर्फ हवाई जहाजों , हथियारों और प्लेन दुर्घटना की ही बात करता था | जेम्स तीन साल की उम्र में अपनी माँ को ये बता पाया की लड़ाकू जहाज का ड्राप टैंक क्या होता है और ये भी की वह एक जहाज की ऐसे जांच कर सकता है जैसे एक पायलट करता है | 

बच्चे ने अपने पिता को बताया  की वह नतोमा नाम की नाव से उड़ता था और उसके साथी पायलट का नाम था जैक लार्सन | नतोमा वाकई एक पसिफ़िक का जहाज था और लार्सन तब भी जिंदा था | जेम्स के ये बताने पर की उसकी मौत लवो जिमा पर अपने प्लेन में हुई थी उसके पिता ने पता किया तो मालूम पड़ा की जेम्स एम् हस्टन जूनियर नाम के एक पायलट की वहां मौत हुई थी | ये ख़ास तौर पर हैरानी की बात है क्यूंकि जेम्स ने “जेम्स ३” के नाम से हस्ताक्षर करनी शुरू कर दी थी | जेम्स के परिवार  ने हस्टन की बहन से संपर्क किया जिसने अपने भाई की  मौत के बाद नौसेना द्वारा भेजा गया एक खिलौना हवाई जहाज जेम्स के लिए  भेजा |

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