पूजन सामग्री- पान, इत्र, दूध, धूप, कर्पूर, दियासलाई, नारियल, सुपारी, रोली, घी, लालवसा, मेवा, गंगाजल, फल, लक्ष्मी प्रतिमा, कलावा, रुई, सिंदूर, शहद, गणेश प्रतिमा, फूल, दूब, दही, दीप, जलपात्र, मिठाई, तुलसी।

विधि- एक थाल में या भूमि शुद्ध करके नवग्रह बनाए। रुपया, सोना, चांदी, श्री लक्ष्मी जी, श्री गणेश जी व सरस्वती जी, श्री महेश आदि देवी देवता को स्थान दें। यदि कोई धातु की मूर्ति हो तो उसको साक्षात रूप मान कर पहले दूध, फिर दही से, फिर गंगाजल से स्नान कराके वस्त्र से साफ करके स्थान दें और स्नान करायें। दूध, दही व गंगाजल में चीनी बताशे डालकर पूजन के बाद सवको उसका चरणामृत दें। घी का दीपक जलाकर पूजन आरम्भ करें।

Comments
आमच्या टेलिग्राम ग्रुप वर सभासद व्हा. इथे तुम्हाला इतर वाचक आणि लेखकांशी संवाद साधता येईल. telegram channel